भारतीय संस्कृति की ओर एक रचनात्मक कदम!
कक्षा IX और X के छात्रों ने संस्कृत की कक्षा में हमारी आध्यात्मिक और सांस्कृतिक धरोहर को सहेजने के उद्देश्य से आयोजित पोस्टर निर्माण, ऋषि-मुनि चित्रण, और श्लोक लेखन गतिविधियों में उत्साहपूर्वक भाग लिया।
छात्रों ने वशिष्ठ, विश्वामित्र, वेदव्यास, पतंजलि, कणाद जैसे महान ऋषियों के सुंदर चित्रों और उनके योगदान को रचनात्मक ढंग से प्रस्तुत किया।
उन्होंने संस्कृत के प्रसिद्ध श्लोकों को न केवल सुंदर लेखन में लिखा, बल्कि उनके अर्थ को भी सरल रूप में समझाया। कुछ प्रतिभावान छात्रों ने अपने मौलिक श्लोक भी प्रस्तुत किए!
यह गतिविधि न केवल छात्रों की संस्कृत में रुचि को बढ़ावा देती है, बल्कि उन्हें आध्यात्मिक मूल्यों और वैदिक परंपरा से भी जोड़ती है।
संस्कृति से जुड़ें, मूल्यों को अपनाएं!